मैनपुरी का ऐतिहासिक महत्व और योगदान

Jrs Computer
2 Min Read

मैनपुरी का ऐतिहासिक महत्व

मैनपुरी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख ऐतिहासिक जिला है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिए जाना जाता है। यह शहर इटावा और फर्रुखाबाद के बीच स्थित है और इसका नाम “मैना” (एक पक्षी) से जुड़ा हुआ माना जाता है।

प्राचीन इतिहास

  • मैनपुरी का इतिहास मौर्य काल (322–185 ईसा पूर्व) तक जाता है।
  • यह क्षेत्र गुप्त साम्राज्य (4थी-6ठी शताब्दी) के अंतर्गत भी फला-फूला।
  • मध्यकाल में, यह क्षेत्र दिल्ली सल्तनत और मुगल साम्राज्य के अधीन रहा।

मुगल काल और ब्रिटिश युग

  • अकबर के समय में मैनपुरी आगरा सूबे का हिस्सा था।
  • 18वीं शताब्दी में यहाँ जाट शासकों का प्रभुत्व रहा, विशेषकर राजा सूरजमल के समय।
  • 1857 की क्रांति में मैनपुरी के लोगों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ बगावत में हिस्सा लिया।

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान

  • मैनपुरी चौरी-चौरा कांड (1922) से जुड़े क्रांतिकारियों का गढ़ रहा।
  • यहाँ के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत छोड़ो आंदोलन (1942) में सक्रिय भूमिका निभाई।

आधुनिक मैनपुरी

  • आज मैनपुरी कृषि प्रधान जिला है, जहाँ गेहूं, गन्ना और आलू की खेती होती है।
  • यहाँ बालाजी मंदिर, कैथोलिक चर्च और रामलीला मैदान जैसे धार्मिक व सांस्कृतिक स्थल हैं।
  • राजनीतिक रूप से, मैनपुरी समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का गढ़ रहा है।

मैनपुरी का इतिहास वीरता, कृषि और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है, जो इसे उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जिलों में से एक बनाता है।

क्या आप मैनपुरी के किसी विशेष पहलू के बारे में और जानना चाहेंगे?

Share This Article
Jrs Computer सेंटर है। वर्तमान में AmanShantiNews.com में बतौर सब एडिटर कार्यरत हैं, और Sports की खबरें कवर करते हैं। कानपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। पत्रकारिता की शुरुआत 2020 में अमन शांति न्यूज से हुई थी। Sports,Business,Technology आदि संबंधी खबरों में दिलचस्पी है।
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *