Raebareli News : जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की बैठक कलेक्ट्रट सभागार में संपन्न हुई। यह अभियान 10 अगस्त से शुरू होकर 28 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान के तहत हाथीपांव बीमारी से बचाव के लिए डीईसी और बच्चों के पेट के कीड़े मारने के लिए एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जाएगी। जनपद में आठ ब्लाकों में लगभग 16 लाख जनसंख्या को एल्बेंडाजोल गोली खिलाई जानी है। यह गोली सप्ताह में चार दिन खिलाई जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाएंगे।
डीएमओ डॉ. रमेश यादव ने बताया कि डीईसी की गोली पानी के साथ निगलनी होती है। एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना होता है। एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, कैंसर के मरीजों और लंबे समय से बिस्तर पर पड़े हुए मरीजों को यह दवा नहीं दी जाएगी। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर दवा खिलाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दवा खाली पेट नहीं खानी है।
उन्होंने आगे बताया कि सामान्य लोगों को इस दवा से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि माइक्रो फाइलेरिया नष्ट हो रहे हैं। यह बीमारी मच्छरों द्वारा फैलती है।