इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं एवं प्रबुद्धजनों के बीच सार्थक संवाद हुआ। कार्यक्रम में पाँच सदस्यीय प्रबुद्धजनों की टीम वीरेन्द्र कुमार (सेवानिवृत्त आईएएस), बी.आर. कुशवाहा (सेवानिवृत्त कर्नल), जितेन्द्र कुमार सिंह (सेवानिवृत्त प्रोफेसर), कौशलेष कुमार सिंह (वरिष्ठ वैज्ञानिक) एवं शेखर अग्रवाल (सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता) ने सहभाग किया। प्रबुद्धजनों ने ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा, वित्त पोषण, बैंक लिंकेज, कौशल एवं प्रशिक्षण से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा की तथा महिलाओं को जागरूक किया। साथ ही समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश अभियान की रूपरेखा, विगत 8 वर्षों की उपलब्धियों एवं भविष्य के रोडमैप पर भी विचार-विमर्श किया।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं रेखा, दीपांजली मौर्या, कमरून निशा, अखिलेश कुमारी,सीमा देवी एवं सिद्धदात्री ने भी अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किए। खण्ड विकास अधिकारी अमावां ने समूहों की प्रगति, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की रूपरेखा एवं आजीविका गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण किया। कार्यक्रम के दौरान वीरेन्द्र कुमार (सेवानिवृत्त आईएएस) ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “जनपद के प्रत्येक घर से सुझाव लेकर सभी महिलाएं विकसित उत्तर प्रदेश के निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।”
इस अवसर पर महिलाओं को पोर्टल एवं क्यूआर कोड के माध्यम से सुझाव प्रेषित करने का प्रशिक्षण भी दिया गया। बड़ी संख्या में प्रतिभागी महिलाओं ने ऑनलाइन माध्यम से अपने सुझाव साझा किए। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी अरुण कुमार, उपायुक्त (श्रम रोजगार) प्रमोद कुमार चन्द्रौल, उपायुक्त (स्वरोजगार) सविता सिंह एवं खण्ड विकास अधिकारी अमावां संदीप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा, एडीएसटीओ महेंद्र सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।