DIU-PMSME UPSDC Portal: आवेदन, लाभ, स्टेटस

सतीश कुमार

भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहलाने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र ने देश के औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और निर्यात में हमेशा से एक अहम भूमिका निभाई है। हालाँकि, इस क्षेत्र को हमेशा से ही औपचारिकरण, वित्तीय सहायता, और तकनीकी जानकारी तक पहुँच जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इन्हीं चुनौतियों के समाधान के लिए, भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (Ministry of Micro, Small & Medium Enterprises) ने एक अभिनव और डिजिटल पहल की शुरुआत की है – डीआईयू-पीएमएसएमई (DIU-PMSME) पोर्टल

यदि आप एक MSME उद्यमी हैं, एक नया व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, या सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो “diupmsme upsdc gov in hindi” की खोज आपको सीधे इसी डिजिटल द्वार पर लेकर आती है। यह पोर्टल विशेष रूप से उत्तर प्रदेश राज्य के उद्यमियों के लिए उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (UPSDM) के सहयोग से काम करता है, जिसे अब उत्तर प्रदेश कौशल विकास प्राधिकरण (UPSDA) के रूप में जाना जाता है।

यह लेख DIU-PMSME UPSDC Gov In Portal के बारे में एक व्यापक और सम्पूर्ण मार्गदर्शिका है। हम आपको इस पोर्टल के हर पहलू से अवगत कराएंगे – इसके उद्देश्य, लाभ, पंजीकरण प्रक्रिया, लॉगिन विधि, आवेदन स्थिति ट्रैक करने का तरीका, और बहुत कुछ। साथ ही, हम आपकी सुविधा के लिए सभी जानकारी सरल हिंदी में प्रस्तुत करेंगे।


अध्याय 1: DIU-PMSME UPSDC Portal क्या है? (What is DIU-PMSME UPSDC Portal?)

1.1 DIU-PMSME का पूर्ण रूप और अर्थ
DIU-PMSME का पूर्ण रूप है “Data Intelligence Unit for Planning & Monitoring of MSME Schemes”। हिंदी में इसे “सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम योजनाओं की योजना और निगरानी के लिए डेटा इंटेलिजेंस यूनिट” कहा जा सकता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे MSME मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की योजना बनाने, उन्हें लागू करने, और उनकी प्रगति की निगरानी करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका प्राथमिक लक्ष्य डेटा-संचालित निर्णय लेना और योजनाओं का लाभ सीधे योग्य लाभार्थियों तक पहुँचाना है।

1.2 UPSDC/UPSDA का क्या अर्थ है और इसका DIU-PMSME से क्या संबंध है?
UPSDC का मतलब है “Uttar Pradesh Skill Development Mission”। हालाँकि, अब इसका नाम बदलकर “Uttar Pradesh Skill Development Authority (UPSDA)” कर दिया गया है। यह उत्तर प्रदेश सरकार का एक प्रमुख मिशन है जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है।

DIU-PMSME और UPSDA का संबंध एक सहयोगात्मक पहल में निहित है। उत्तर प्रदेश के MSME उद्यमियों को कौशल विकास और प्रशिक्षण से जोड़ने के लिए DIU-PMSME पोर्टल को UPSDA के साथ एकीकृत किया गया है। इसका मतलब यह है कि उत्तर प्रदेश के एक उद्यमी के रूप में, आप एक ही पोर्टल के माध्यम से न केवल केंद्रीय MSME योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं, बल्कि UPSDA के तहत संचालित विभिन्न कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ भी उठा सकते हैं। यह एकीकरण “diupmsme upsdc gov in” जैसे कीवर्ड को जन्म देता है, जिससे उपयोगकर्ता इस संयुक्त पोर्टल तक पहुँचते हैं।

1.3 पोर्टल का मुख्य उद्देश्य और लक्ष्य
DIU-PMSME पोर्टल के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  • पारदर्शिता और जवाबदेही लाना: योजनाओं के कार्यान्वयन की वास्तविक समय की निगरानी करना।

  • डेटा एकत्रीकरण और विश्लेषण: पूरे देश से MSMEs से संबंधित डेटा एकत्र करना और उसका विश्लेषण करके बेहतर नीतियाँ बनाना।

  • लाभार्थी तक सीधी पहुँच: सरकार और लाभार्थियों के बीच की खाई को पाटना, ताकि योजनाओं का लाभ बिना किसी बिचौलिए के सीधे उद्यमी तक पहुँचे।

  • ऑनलाइन आवेदन और ट्रैकिंग: उद्यमियों के लिए योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करना और उनकी आवेदन स्थिति को ट्रैक करना आसान बनाना।

  • कौशल विकास को बढ़ावा देना: UPSDA के सहयोग से उद्यमियों और श्रमिकों के कौशल उन्नयन को प्रोत्साहित करना।


अध्याय 2: DIU-PMSME UPSDC Portal के प्रमुख लाभ (Key Benefits of the Portal)

यह पोर्टल MSME उद्यमियों के लिए अनेक प्रकार के लाभ प्रदान करता है। आइए इन्हें विस्तार से समझते हैं:

2.1 MSME उद्यमियों के लिए लाभ

  • सरलीकृत आवेदन प्रक्रिया: अब आपको सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन और कागज-रहित हैं।

  • योजनाओं की पारदर्शी जानकारी: पोर्टल पर सभी योजनाओं की पूरी जानकारी, पात्रता मापदंड, और आवश्यक दस्तावेजों की सूची स्पष्ट रूप से उपलब्ध है।

  • आवेदन स्थिति की रीयल-टाइम ट्रैकिंग: आप अपने आवेदन की वास्तविक समय की स्थिति – जैसे प्राप्त, सत्यापन, मंजूरी, या अस्वीकृति – को ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।

  • सीधा लाभ अंतरण (DBT): योजनाओं का वित्तीय लाभ सीधे आपके बैंक खाते में Transfer हो जाता है, जिससे भ्रष्टाचार की संभावना कम होती है।

  • डिजिटल भंडार (डैशबोर्ड): आपके सभी आवेदन, approvals, और योजना संबंधी डेटा एक ही डैशबोर्ड पर सुरक्षित रहता है।

2.2 सरकार और प्रशासन के लिए लाभ

  • केंद्रीकृत डेटा प्रबंधन: पूरे देश के MSMEs का एक केंद्रीकृत और standardized डेटाबेस तैयार होता है।

  • योजनाओं का प्रभाव विश्लेषण: सरकार यह आकलन कर सकती है कि कौन-सी योजना कितनी प्रभावी है और उसमें सुधार की कितनी गुंजाइश है।

  • धन के उपयोग में दक्षता: DBT और ऑनलाइन निगरानी के कारण सरकारी धन का उपयोग अधिक कुशल और लक्षित तरीके से होता है।

  • नीति निर्माण में सहायता: सटीक डेटा भविष्य की औद्योगिक और आर्थिक नीतियों को बनाने में मदद करता है।

2.3 UPSDA प्रशिक्षुओं के लिए लाभ

  • रोजगार के अवसर: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, UPSDA के प्रशिक्षुओं को DIU-PMSME पोर्टल के माध्यम से MSMEs में रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी मिल सकती है।

  • उद्यमिता को बढ़ावा: प्रशिक्षित युवा इस पोर्टल का उपयोग अपना स्वयं का MSME व्यवसाय शुरू करने और उसके लिए सरकारी सहायता प्राप्त करने में कर सकते हैं।


अध्याय 3: DIU-PMSME पोर्टल पर पंजीकरण कैसे करें? (How to Register on DIU-PMSME Portal?)

यह प्रक्रिया बेहद सरल और उपयोगकर्ता-अनुकूल है। नीचे दिए गए चरण-दर-चरण मार्गदर्शन का पालन करें:

चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ
सबसे पहले, अपने कंप्यूटर या मोबाइल के ब्राउज़र में DIU-PMSME की आधिकारिक वेबसाइट https://diupmsme.upsdc.gov.in/ खोलें।

चरण 2: ‘नया पंजीकरण’ (New Registration) पर क्लिक करें
होमपेज पर, आपको “नया पंजीकरण” या “New Registration” का विकल्प दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें।

चरण 3: पंजीकरण फॉर्म भरें
क्लिक करते ही एक नया पंजीकरण फॉर्म आपके सामने खुलेगा। इसमें निम्नलिखित जानकारी ध्यानपूर्वक भरें:

  • आवेदक का नाम (Applicant’s Name)

  • पिता/पति का नाम (Father’s/Husband’s Name)

  • जन्म तिथि (Date of Birth)

  • लिंग (Gender)

  • मोबाइल नंबर (Mobile Number) – यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि OTP इसी नंबर पर आएगा।

  • ईमेल आईडी (Email ID)

  • पासवर्ड (Password) – एक मजबूत पासवर्ड बनाएँ।

  • राज्य (State) और जिला (District) चुनें।

सभी जानकारी भरने के बाद, “पंजीकरण करें” या “Register” बटन पर क्लिक करें।

चरण 4: मोबाइल और ईमेल सत्यापन (OTP Verification)
आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक OTP (One Time Password) भेजा जाएगा। उन OTPs को संबंधित बॉक्स में दर्ज करके सत्यापन पूरा करें।

चरण 5: लॉगिन करें और प्रोफाइल को पूरा करें
सत्यापन成功 होने के बाद, आप अपने मोबाइल नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके पोर्टल में लॉगिन कर सकते हैं। पहली बार लॉगिन करने पर, आपसे अपनी प्रोफाइल को पूरा करने के लिए कहा जा सकता है, जिसमें शैक्षिक योग्यता, पता, और अन्य विवरण भरने होंगे।

बधाई हो! आपका DIU-PMSME पोर्टल पर पंजीकरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।


अध्याय 4: DIU-PMSME पोर्टल पर लॉगिन कैसे करें? (How to Login to DIU-PMSME Portal?)

पंजीकरण के बाद लॉगिन करना और भी आसान है:

  1. आधिकारिक वेबसाइट https://diupmsme.upsdc.gov.in/ पर जाएँ।

  2. होमपेज पर दाईं ओर “लॉगिन” या “Login” सेक्शन दिखेगा।

  3. अपना मोबाइल नंबर/ईमेल आईडी और पासवर्ड दर्ज करें।

  4. दिखाए गए कैप्चा कोड को बॉक्स में लिखें।

  5. “लॉगिन” बटन पर क्लिक करें।

  6. अब आप अपने व्यक्तिगत डैशबोर्ड तक पहुँच गए हैं।


अध्याय 5: पोर्टल पर उपलब्ध प्रमुख योजनाएँ (Key Schemes Available on the Portal)

DIU-PMSME पोर्टल केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं को होस्ट करता है। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएँ हैं:

5.1 प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)

  • उद्देश्य: बेरोजगार युवाओं और पारंपरिक कारीगरों को स्वरोजगार के अवसर सृजित करने में सहायता करना।

  • लाभ: 10 लाख से 25 लाख रुपये तक की परियोजना लागत पर सब्सिडी।

5.2 उद्यमिता और कौशल विकास पहल

  • उद्देश्य: संभावित और मौजूदा उद्यमियों को उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) और कौशल उन्नयन प्रशिक्षण (SUP) प्रदान करना।

5.3 विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना (Vishwakarma Shram Samman Yojana)
यह एक अत्यंत लोकप्रिय योजना है जिसके बारे में उपयोगकर्ता अक्सर इस पोर्टल पर जानकारी खोजते हैं।

  • उद्देश्य: पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों (जैसे – बढ़ई, लोहार, मोची, दर्जी, आदि) को मान्यता और वित्तीय सहायता प्रदान करना।

  • लाभ: योजना के तहत पात्र कारीगरों को एकमुश्त वित्तीय सहायता (आमतौर पर 10,000 से 15,000 रुपये) उनके पारंपरिक कार्यों में उपकरण और रaw माल खरीदने के लिए प्रदान की जाती है।

  • पात्रता: आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और वह एक पारंपरिक शिल्प से जुड़ा हुआ होना चाहिए।

5.4 UPSDA से जुड़े कौशल विकास कार्यक्रम

  • उद्देश्य: उत्तर प्रदेश के युवाओं को विभिन्न उद्योग-प्रासंगिक trades में निशुल्क या सब्सिडी वाला प्रशिक्षण प्रदान करना।

  • प्रक्रिया: पोर्टल के माध्यम से, उद्यमी अपने कर्मचारियों के लिए या फिर युवा स्वयं अपने लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं।


अध्याय 6: DIU-PMSME पोर्टल पर योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (How to Apply for a Scheme on DIU-PMSME Portal?)

एक बार जब आप लॉगिन कर लेते हैं, तो किसी योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सीधी है:

  1. डैशबोर्ड से योजना चुनें: अपने डैशबोर्ड पर, “Available Schemes” या “योजनाएं” के सेक्शन पर जाएँ। उस योजना का चयन करें जिसके लिए आप आवेदन करना चाहते हैं (जैसे, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना)।

  2. आवेदन फॉर्म खोलें और भरें: योजना पर क्लिक करने पर एक विस्तृत आवेदन फॉर्म खुलेगा। इसे ध्यान से भरें। इसमें आपके व्यक्तिगत विवरण, पारिवारिक जानकारी, व्यवसाय/शिल्प का विवरण, बैंक खाते की जानकारी, आदि शामिल होंगे।

  3. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें: फॉर्म में मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें। सामान्य दस्तावेजों में शामिल हैं:

    • आधार कार्ड

    • पहचान पत्र (वोटर आईडी, पैन कार्ड, आदि)

    • निवास प्रमाण पत्र

    • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

    • बैंक खाता विवरण (पासबुक/कैंसल चेक)

    • शिल्प/कारीगर होने का प्रमाण पत्र (यदि applicable हो)

  4. आवेदन जमा करें: सभी जानकारी और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, फॉर्म को एक बार फिर से जाँच लें और “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।

  5. आवेदन संख्या/पावती प्राप्त करें: सफल सबमिशन के बाद, एक पावती पत्र या आवेदन संख्या (Application Number) जनरेट होगी। इसे सुरक्षित रख लें, क्योंकि इसकी सहायता से आप भविष्य में अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर पाएंगे।


अध्याय 7: आवेदन स्थिति कैसे चेक करें? (How to Check Application Status?)

अपने आवेदन की स्थिति जानने के लिए:

  1. पोर्टल पर लॉगिन करें।

  2. अपने डैशबोर्ड पर “आवेदन स्थिति” (Application Status) या “Track Application” का विकल्प ढूंढें।

  3. वहाँ पर, आपको अपनी आवेदन संख्या दर्ज करनी होगी या फिर सीधे ही आपके सभी आवेदनों की सूची दिखाई दे सकती है।

  4. आवेदन की वर्तमान स्थिति, जैसे “जमा किया गया” (Submitted), “सत्यापन under process” (Under Verification), “मंजूर” (Approved), “अस्वीकृत” (Rejected), या “लाभ प्रदान किया गया” (Benefit Disbursed), दिखाई देगी।


अध्याय 8: सामान्य समस्याएँ और समाधान (Common Issues and Troubleshooting)

  • भूल गए पासवर्ड (Forgot Password): लॉगिन पेज पर “Forgot Password?” लिंक पर क्लिक करें। अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर/ईमेल दर्ज करें और OTP प्राप्त करके एक नया पासवर्ड सेट करें।

  • OTP प्राप्त नहीं हो रहा: अपने मोबाइल नेटवर्क की जाँच करें। कुछ मिनट प्रतीक्षा करें। यदि फिर भी OTP न मिले, तो “Resend OTP” के विकल्प का उपयोग करें।

  • दस्तावेज अपलोड नहीं हो रहे: सुनिश्चित करें कि दस्तावेज सही फॉर्मेट (जैसे PDF, JPG) में हैं और उनका साइज निर्धारित सीमा (जैसे 500 KB) से अधिक नहीं है।

  • तकनीकी त्रुटि (Technical Error): यदि पोर्टल कोई त्रुटि दिखाता है, तो पेज को रिफ्रेश करें या कुछ समय बाद पुन: प्रयास करें। समस्या बनी रहने पर, हेल्पडेस्क नंबर या ईमेल से संपर्क करें।


अध्याय 9: हेल्पडेस्क और सहायता (Helpline and Support)

यदि आपको किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो आप निम्नलिखित चैनलों के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं:

  • हेल्पडेस्क नंबर: पोर्टल के “Contact Us” या “हेल्प” सेक्शन में एक टोल-फ्री नंबर उपलब्ध होता है।

  • ईमेल सहायता: आप अपनी समस्या का विवरण संबंधित ईमेल आईडी पर भेज सकते हैं।

  • जिला उद्योग केंद्र (DIC): आप सीधे अपने जिले के उद्योग केंद्र या MSME विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।


निष्कर्ष: एक डिजिटल भविष्य की ओर कदम

DIU-PMSME UPSDC Gov In Portal भारत सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ पहल का एक जीवंत उदाहरण है। यह पोर्टल न केवल सरकारी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और कुशल बना रहा है, बल्कि लाखों MSME उद्यमियों के सपनों को पंख देने का काम भी कर रहा है। उत्तर प्रदेश के उद्यमियों के लिए तो यह और भी फायदेमंद है, क्योंकि यह उन्हें केंद्र और राज्य दोनों की योजनाओं से एक ही स्थान पर जोड़ता है।

अगर आप एक MSME हैं या बनना चाहते हैं, तो आज ही इस पोर्टल पर पंजीकरण करें और सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं का हिस्सा बनें। “diupmsme upsdc gov in hindi” की खोज ने आपको सही जगह पहुँचाया है, अब समय है इस जानकारी का लाभ उठाने का।

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Satish Kumar Is A Journalist With Over 10 Years Of Experience In Digital Media. He Is Currently Working As Editor At Aman Shanti, Where He Covers A Wide Variety Of Technology News From Smartphone Launches To Telecom Updates. His Expertise Also Includes In-depth Gadget Reviews, Where He Blends Analysis With Hands-on Insights.
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