इटावा का इतिहास और संस्कृति

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इटावा का इतिहास (History of Etawah in Hindi)

स्थान एवं महत्व:
इटावा (Etawah) उत्तर प्रदेश राज्य का एक ऐतिहासिक शहर है, जो यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है। यह दिल्ली और कानपुर के बीच एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है और प्राचीन काल से ही व्यापार, संस्कृति एवं सैन्य गतिविधियों का केंद्र रहा है।

प्राचीन इतिहास:

  1. महाभारत काल:
    • कुछ इतिहासकारों के अनुसार, इटावा का संबंध महाभारत काल से है। मान्यता है कि यहाँ पांडवों ने अपने वनवास के दौरान समय बिताया था।
    • इस क्षेत्र को “ईश्वर वास” या “ईटावा” (ईंटों का स्थान) कहा जाता था।
  2. मौर्य एवं गुप्त साम्राज्य:
    • मौर्य और गुप्त काल में यह क्षेत्र व्यापारिक मार्ग पर स्थित था और समृद्ध था।
    • यहाँ के आसपास कई प्राचीन मूर्तियाँ और सिक्के मिले हैं, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।

मध्यकालीन इतिहास:

  1. दिल्ली सल्तनत काल:
    • 12वीं शताब्दी में इटावा दिल्ली सल्तनत के अधीन आया।
    • इस दौरान यहाँ कई किले और मस्जिदें बनीं, जिनमें एकढ़ा किला प्रमुख है।
  2. मुगल काल:
    • अकबर के शासनकाल में इटावा एक महत्वपूर्ण परगना था।
    • औरंगजेब के समय में यहाँ के शासक राजा रतन सिंह ने मुगलों के खिलाफ विद्रोह किया था।

ब्रिटिश काल:

  1. 1857 की क्रांति:
    • इटावा 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का एक सक्रिय केंद्र था।
    • यहाँ के स्थानीय नेताओं ने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की थी।
  2. आधुनिक विकास:
    • ब्रिटिश शासन में इटावा में रेलवे लाइन बिछाई गई और यह एक प्रशासनिक केंद्र बना।

स्वतंत्रता के बाद:

  • 1947 के बाद इटावा उत्तर प्रदेश का एक जिला बना और कृषि, उद्योग एवं शिक्षा के क्षेत्र में विकास हुआ।
  • यहाँ सेंगर नहर, यमुना एक्सप्रेसवे और इटावा लायन सफारी जैसी आधुनिक परियोजनाएँ स्थापित हुईं।

प्रमुख ऐतिहासिक स्थल:

  1. एकढ़ा किला – मध्यकालीन किला।
  2. उमरी संग्रहालय – प्राचीन कलाकृतियों का संग्रह।
  3. जामा मस्जिद – मुगलकालीन मस्जिद।
  4. काली देवी मंदिर – प्राचीन हिंदू मंदिर।

संस्कृति एवं परंपरा:

  • इटावा की संस्कृति ब्रज और बुंदेलखंड की मिश्रित परंपराओं से प्रभावित है।
  • यहाँ होली, दीपावली और रामलीला के अलावा स्थानीय मेलों का आयोजन होता है।

निष्कर्ष:
इटावा का इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक समृद्ध रहा है। यह शहर अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामरिक महत्व के कारण उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है।

क्या आप इटावा के किसी विशेष पहलू के बारे में और जानना चाहेंगे?

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Jrs Computer सेंटर है। वर्तमान में AmanShantiNews.com में बतौर सब एडिटर कार्यरत हैं, और Sports की खबरें कवर करते हैं। कानपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। पत्रकारिता की शुरुआत 2020 में अमन शांति न्यूज से हुई थी। Sports,Business,Technology आदि संबंधी खबरों में दिलचस्पी है।
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