जलौन (Jalaun) का इतिहास (हिंदी में)

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जलौन (Jalaun) का इतिहास (हिंदी में)

जलौन उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित एक ऐतिहासिक जिला है, जिसका इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक काफी समृद्ध रहा है।

प्राचीन काल

  1. महाभारत काल: कुछ विद्वानों के अनुसार, जलौन का संबंध महाभारत काल से है। माना जाता है कि यह क्षेत्र चेदि राज्य का हिस्सा था।
  2. मौर्य एवं गुप्त साम्राज्य: इस क्षेत्र पर मौर्य और गुप्त वंश के शासकों का प्रभाव रहा।

मध्यकालीन इतिहास

  1. चंदेल शासन (9वीं-12वीं शताब्दी): जलौन बुंदेलखंड के चंदेल राजाओं के अधीन रहा। उन्होंने यहाँ कई किले और मंदिर बनवाए।
  2. दिल्ली सल्तनत (13वीं-16वीं शताब्दी): खिलजी और तुगलक वंश के शासकों ने इस क्षेत्र पर कब्जा किया।
  3. मुगल काल: अकबर के समय में जलौन मुगल साम्राज्य का हिस्सा बना और “इलाहाबाद सूबे” में शामिल किया गया।

आधुनिक काल

  1. मराठा शासन (18वीं शताब्दी): 18वीं सदी में जलौन पर मराठों का अधिकार हो गया। पेशवाओं ने यहाँ अपना प्रशासन स्थापित किया।
  2. ब्रिटिश काल (19वीं शताब्दी): 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने जलौन पर कब्जा कर लिया। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में यहाँ के स्थानीय लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की।
  3. स्वतंत्रता के बाद: 1947 के बाद जलौन उत्तर प्रदेश का हिस्सा बना और 1997 में इसे अलग जिला घोषित किया गया।

जलौन के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल

  • कालपी: यह ऐतिहासिक नगर जलौन जिले में स्थित है और मुगलकालीन वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
  • कोटा का किला: यह एक प्राचीन किला है, जो चंदेल शासकों द्वारा बनवाया गया था।
  • रामपुरा का किला: यह भी एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है।

निष्कर्ष

जलौन का इतिहास प्राचीन भारतीय संस्कृति, मध्यकालीन युद्धों और आधुनिक स्वतंत्रता संघर्ष से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र अपनी वीरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है।

क्या आप जलौन के किसी विशेष पहलू के बारे में और जानना चाहेंगे?

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Jrs Computer सेंटर है। वर्तमान में AmanShantiNews.com में बतौर सब एडिटर कार्यरत हैं, और Sports की खबरें कवर करते हैं। कानपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। पत्रकारिता की शुरुआत 2020 में अमन शांति न्यूज से हुई थी। Sports,Business,Technology आदि संबंधी खबरों में दिलचस्पी है।
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