भारत में बेटियों का उत्थान और उन्हें सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकारें समय-समय पर कई योजनाएं संचालित करती हैं। ऐसी ही एक योजना है “कन्या सुमंगला योजना,” जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के स्वस्थ्य, शिक्षा और विवाह जैसे महत्वपूर्ण जीवन चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत बेटियों को कुल 25000 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे परिवारों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो और बेटियों को बेहतर जीवनयापन के अवसर मिलें।
कन्या सुमंगला योजना के तहत सरकार बेटियों के जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा तक विभिन्न चरणों में वित्तीय सहायता देने का प्रावधान करती है। यह योजना बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के साथ-साथ सामाजिक बुराइयों जैसे कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह आदि को रोकने का भी प्रयास है। अब हम विस्तार से जानते हैं कि यह योजना क्या है, इस योजना के तहत क्या-क्या लाभ मिलते हैं, पात्रता क्या है, और आवेदन प्रक्रिया कैसी है।
Kanya Sumangala Yojana 2025
कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के विकास और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने पर भी बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह के क्षेत्र में सहायता दी जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले 10000 रुपए की राशि को बढ़ाकर 25000 रुपए कर दिया है, ताकि बेटियों के लिए और अधिक लाभदायक हो सके।
इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को छह विभिन्न श्रेणियों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह सहायता बेटी के जन्म, टीकाकरण, विद्यालय प्रवेश, उच्च शिक्षा और विवाह के समय दी जाती है। उदाहरण के लिए, जब बच्ची का जन्म होता है तो 5000 रुपए दिए जाते हैं, टीकाकरण के दौरान 2000 रुपए, कक्षा 1 और कक्षा 6 में प्रवेश के समय 2000-3000 रुपए, कक्षा 9 में प्रवेश के समय 5000 रुपए और स्नातक स्तर पर 7000 रुपए मिलते हैं। इसके अलावा, जब बेटी 21 वर्ष की हो जाती है तो विवाह के समय 51,000 रुपए आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियों का समग्र विकास सुनिश्चित करना चाहती है और उनका सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण करना चाहती है।
लाभ और उद्देश्य
कन्या सुमंगला योजना का मुख्य लक्ष्य बेटियों को जन्म से लेकर उनके शिक्षा और विवाह तक आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना परिवारों में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देती है और उनके सशक्तिकरण की दिशा में काम करती है। इसके तहत मिलने वाली आर्थिक मदद से परिवारों का भार कम होता है और बेटियों के स्कूल जाने या मेडिकल देखभाल में आसानी होती है।
यह योजना उन्हीं परिवारों को लाभ पहुँचाती है जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होती है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाला पैसा बेटियों की पढ़ाई, स्वास्थ्य और विवाह के लिए खर्च किया जा सकता है। इससे ना केवल बेटियों का सामाजिक महत्व बढ़ता है, बल्कि उनका शिक्षा स्तर भी बेहतर होता है, जिससे वे भविष्य में स्वावलंबी बन सकें।
पात्रता क्या है?
इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ मानदंड निर्धारित किए गए हैं। सबसे पहले, लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। परिवार के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, या वोटर आईडी जैसे स्थायी निवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। इसके साथ ही परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
बेटी का जन्म एक अप्रैल 2019 या उसके बाद हुआ होना जरूरी है। इसके अलावा, बच्ची का एक वर्ष के अंदर सभी टीकाकरण हो गए हों। शिक्षा के संदर्भ में, पहली कक्षा, छठी कक्षा, नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बेटियाँ, और जिन्होंने हाईस्कूल या इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करके स्नातक या डिप्लोमा में प्रवेश लिया हो, वे इस योजना के तहत आर्थिक सहायता पाने के हकदार हैं!
आवेदन प्रक्रिया कैसे करें?
अगर आप कन्या सुमंगला योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप इसकी ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको सबसे पहले संबंधित सरकारी पोर्टल पर जाना होता है, जहां आपको सिटीजन सर्विस सेक्शन में जाकर कन्या सुमंगला योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करना होता है।
रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज और व्यक्तिगत जानकारी भरनी होती है। उसके बाद आपको एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिसे लॉगिन करने के लिए प्रयोग करना होता है। फिर आवेदन फॉर्म में सभी मांगी गई जानकारियाँ और दस्तावेज अपलोड करके फॉर्म जमा करें।
ऑफलाइन आवेदन के लिए योजना के फॉर्म को संबंधित सरकारी कार्यालय से प्राप्त कर सभी विवरण भरें और जरूरी दस्तावेजों के साथ योजना कार्यालय में जमा करें। आवेदन सफलतापूर्वक जमा होने के बाद आपको एक प्राप्ति रसीद मिलती है, जिसका प्रयोग आप आगे की प्रक्रिया के लिए कर सकते हैं।
योजना के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ
- कन्या के जन्म पर 5000 रुपए।
- पूर्ण टीकाकरण पर 2000 रुपए।
- कक्षा 1 में प्रवेश पर 3000 रुपए।
- कक्षा 6 में प्रवेश पर 3000 रुपए।
- कक्षा 9 में प्रवेश पर 5000 रुपए।
- स्नातक स्तर या दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश पर 7000 रुपए।
- विवाह के समय 51,000 रुपए।
यह रकम धीरे-धीरे दी जाती है ताकि परिवार बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य में लगातार निवेश कर सकें।
कन्या सुमंगला योजना बेटियों को सशक्त बनाने और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने वाली एक बहुमूल्य पहल है। इस योजना का लाभ सभी पात्र परिवारों को अवश्य लेना चाहिए ताकि बेटियां हर क्षेत्र में तरक्की कर सकें और समाज में सम्मान पा सकें।