Lalganj news today : विद्यालयों के पेयरिंग और मर्जर से आने वाले समय में बच्चों को नहीं मिलेगा रोजगार

सतीश कुमार
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Lalganj news today : परिषदीय विद्यालयों के मर्जर और पेयरिंग के खिलाफ शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय मर्जर की वजह से गांवों में गरीब नौनिहालों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। शिक्षक विद्यालय से चला जाएगा, लेकिन बच्चा गांव में छूट जाएगा और ड्रॉपआउट का ग्राफ बढ़ेगा। बच्चों के बर्बाद होते भविष्य को देखते हुए जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ पेयरिंग और मर्जर के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहा है। 27 जून को जूनियर शिक्षक की तरफ से खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा जाएगा। ज्ञापन की तैयारियों को लेकर बुधवार को जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी की बैठक कम्पोजिट विद्यालय चक अहमदपुर विद्यालय में आयोजित की गई।
चक अहमदपुर में आयोजित हुई बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समर बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से की जा रही पेयरिंग और मर्जर की वजह से बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार और अधिकारी जैसा चाह रहे हैं, अपनी मनमानी से कार्य कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने कहा कि अधिकारियों ने भौतिक स्तर पर सत्यापन किए बिना ही विद्यालयों को मर्जर करने की घोषणा कर दी। अब स्थिति यह है कि गांवों से बच्चा तीन-तीन किलोमीटर दूर जाने को मजबूर होगा।
अब ऐसी स्थिति में शायद वह बच्चा गांव में ही छूट जाएगा। उस बच्चे का भविष्य क्या होगा, यह शायद अधिकारियों और सरकार ने नहीं सोचा। संघ की तरफ सभी ब्लॉकों में 27 जून को ज्ञापन दिया जाएगा। अगर आगे बात नहीं बनती है तो फिर पांच जुलाई से जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन करके मर्जर व पेयरिंग का विरोध किया जाएगा।
मंडलीय कोषाध्यक्ष शिवसागर और जिला मंत्री पन्नालाल ने कहा कि सरकार ने आरटीई एक्ट इसी वजह से लागू किया था कि हर बच्चे को सुगम तरीके शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध हो सकें। जिला मंत्री पन्नालाल व संयुक्त मंत्री बचनेश नारायण मिश्रा ने कहा कि आरटीई एक्ट के तहत ही उत्तर प्रदेश सरकार ने गांव-गांव बच्चों के लिए हर एक किलोमीटर पर विद्यालय खोलने की नियमावली बनाई थी। लेकिन अब शायद सरकार का जोर बच्चों को शिक्षा देना नहीं है।
जिला उपाध्यक्ष नागेंद्र सिंह ने कहा कि मर्जर और पेयरिंग में विद्यालय अभिभावकों के साथ में बैठक करके उनकी सहमति और असहमति को जरूर लिखें और हस्ताक्षर भी कराएं, यह भविष्य में विद्यालय को बचाने में बहुत ही कारगर होगा। जिला कोषाध्यक्ष शिवशरण सिंह ने कहा कि भौतिक रूप से विद्यालय चले या न चले लेकिन कागजों पर विद्यालय वर्षों तक चलता रहेगा ताकि कहीं कोर्ट में उस मुद्दे को चैलेंज न किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सियाराम सोनकर ने किया।
बैठक में दीपक, अब्दुल हलीम, उत्तम, गयामणि, संजय, साधना शर्मा, मंजूलता, सुनीता सिंह, लक्ष्मी सिंह, प्रीति, संदीप शुक्ला, शिव कुमार सिंह, सुरेश, शिव बहादुर, जगलाल, रमेश, लाल बहादुर यादव, विक्रमादित्य, सूर्य प्रकाश गौतम, निधि शुक्ला, रूपेश, आशीष तिवारी, हरिकेश, योगेंद्र सिंह, संजीव श्रीवास्तव, सुरेंद्र वर्मा, रवि श्रीवास्तव, मेराज अहमद,  विजय, अजित सिंह, शिव बालक, प्रमोद, कुसुमचन्द्र, अजय यादव, उमेश श्रीवास्तव, शिवबालक, रामलखन आदि कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद रहे।
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