भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में 15,000 रुपये तक का सेगमेंट सबसे ज्यादा competitive और exciting है। यहाँ हर महीने नए फोन आ रहे हैं, हर कंपनी अपने-अपने फीचर्स के दम पर ग्राहकों का दिल जीतना चाहती है। ऐसे में, Oppo ने अपने A-सीरीज के साथ हमेशा से एक अलग पहचान बनाई है। आज हम बात करने वाले हैं Oppo A53 की, जिसने अपने लॉन्च के समय 90Hz रिफ्रेश रेट वाली डिस्प्ले को इस कीमत में लाकर तहलका मचा दिया था।
सवाल यह है कि 2024 में, जबकि मार्केट में Realme Narzo, Redmi, और Samsung के नए-नए मॉडल्स मौजूद हैं, क्या Oppo A53 अब भी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है? क्या इसके फीचर्स आज भी relevant हैं? इसकी परफॉर्मेंस रोजमर्रा के यूज के लिए कितनी सही है?
इस लेख में, हम Oppo A53 का पूरा और विस्तृत हिंदी रिव्यू लेकर आए हैं। हम इसकी हर छोटी-बड़ी खूबी, हर कमी, और हर वो पहलू बताएँगे जो आपको खरीदारी से पहले जानना चाहिए। चलिए, शुरू करते हैं।
Oppo A53: एक नजर में (At a Glance)
खरीदारी के लिए सबसे पहले फोन के मुख्य स्पेसिफिकेशन समझ लेना जरूरी है। यहाँ Oppo A53 के मुख्य अंदरूनी तथ्य हैं:
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डिस्प्ले: 6.5 इंच, IPS LCD, 90Hz रिफ्रेश रेट, HD+ रेजोल्यूशन (720 x 1600 पिक्सेल)
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प्रोसेसर: Qualcomm Snapdragon 460 (11nm प्रोसेस)
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रैम और स्टोरेज: 4GB RAM + 64GB स्टोरेज (microSD के जरिए 256GB तक एक्सपेंडेबल)
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ऑपरेटिंग सिस्टम: Android 10, ColorOS 7.2 पर आधारित (अपग्रेडेबल)
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रियर कैमरा: ट्रिपल कैमरा सेटअप
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मुख्य कैमरा: 13MP
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मैक्रो लेंस: 2MP
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डेप्थ सेंसर: 2MP
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फ्रंट कैमरा: 16MP (पंच-होल डिजाइन)
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बैटरी: 5000mAh, 18W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट
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प्राइस (अनुमानित): ₹11,990 से ₹13,990 (बाजार और ऑफर्स के अनुसार अलग-अलग)
अब, इन स्पेसिफिकेशन्स को समझने के बाद, आइए गहराई से जानते हैं कि ये आंकड़े असल जिंदगी में कैसा परफॉर्मेंस देते हैं।
1. डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी: क्या दिखने में है धमाल?
Oppo हमेशा से अपने फोन्स के डिजाइन पर खास ध्यान देती आई है, और A53 इसका अपवाद नहीं है। फोन पहली नजर में काफी प्रीमियम और आकर्षक लगता है।
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बैक पैनल: फोन का बैक पैनल ग्लास जैसा फिनिश देने वाला प्लास्टिक का बना हुआ है, जिस पर ग्रेडिएंट कलर शेड मौजूद हैं। “Electric Black” और “Fairy White” जैसे कलर्स लाइट पड़ने पर शानदार रंग खेलते दिखाई देते हैं। हालाँकि, यह पैनल फिंगरप्रिंट्स के लिए थोड़ा संवेदनशील है, इसलिए केस का इस्तेमाल जरूर करें।
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कैमरा मॉड्यूल: पीछे की तरफ आयताकार (Rectangular) कैमरा मॉड्यूल है, जो बॉडी से थोड़ा उभरा हुआ है। इस वजह से फोन को समतल सतह पर रखने पर यह हिलता है।
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वजन और पकड़: 5000mAh की बैटरी होने के बावजूद फोन का वजन 186 ग्राम है, जो इस सेगमेंट में बैलेंस्ड माना जा सकता है। फोन हाथ में लेने में काफी कम्फर्टेबल फील होता है और एक हाथ से ऑपरेट करना भी आसान है।
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बटन और पोर्ट्स: फोन के राइट साइड में पावर बटन और वॉल्यूम रॉकर्स हैं। बॉटम में 3.5mm हेडफोन जैक, माइक्रोफोन, USB Type-C पोर्ट और स्पीकर ग्रिल मौजूद है। USB Type-C का होना इस प्राइस रेंज में एक अच्छी बात है।
निष्कर्ष: डिजाइन के मामले में Oppo A53 बिलकुल अपने प्राइस रेंज के अन्य फोन्स से कई कदम आगे नजर आता है। यह देखने में महँगा लगता है और बनावट भी मजबूत है।
2. डिस्प्ले: 90Hz रिफ्रेश रेट का जादू
यह Oppo A53 का सबसे बड़ा और सबसे मुख्य फीचर है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
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90Hz रिफ्रेश रेट क्या है? साधारण शब्दों में, फोन की स्क्रीन एक सेकंड में जितने फ्रेम दिखाती है, उसे रिफ्रेश रेट कहते हैं। ज्यादातर पुराने फोन्स में यह 60Hz होता है, यानी एक सेकंड में 60 फ्रेम। 90Hz रिफ्रेश रेट का मतलब है एक सेकंड में 90 फ्रेम। इसका सीधा फायदा यह होता है कि स्क्रीन पर हर चीज बेहद स्मूद (Smooth) और फ्लुइड (Fluid) नजर आती है। चाहे वह स्क्रॉलिंग हो, गेमिंग हो या फिर मेन्यू को स्वाइप करना।
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अनुभव कैसा रहा? Oppo A53 की 90Hz डिस्प्ले का अनुभव वाकई शानदार है। एक बार आप इस पर स्क्रॉलिंग कर लेंगे, तो 60Hz का फोन यूज करना मुश्किल लगेगा। यूजर इंटरफेस, ऐप्स को चलाना, यहाँ तक कि कीबोर्ड पर टाइप करना भी बेहद स्मूद लगता है। यह फीचर फोन के यूजर एक्सपीरियंस को एक अलग लेवल पर ले जाता है।
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HD+ रेजोल्यूशन की सच्चाई: यहाँ एक ट्रेड-ऑफ है। फोन की डिस्प्ले का रेजोल्यूशन HD+ (720×1600 पिक्सल) है, फुल HD+ (1080p) नहीं। इसका मतलब है कि पिक्सल डेंसिटी थोड़ी कम है। अगर आप बहुत करीब से देखेंगे, तो कंटेंट (खासकर टेक्स्ट) में थोड़ी सी खुरदरापन (Slight Pixelation) नजर आ सकती है। हालाँकि, ज्यादातर यूजर्स को रोजमर्रा के इस्तेमाल में यह फर्क नहीं पता चलेगा। वीडियो देखने और गेम खेलने का अनुभव अभी भी डिस्प्ले के बड़े साइज और जीवंत रंगों की वजह से अच्छा ही रहता है।
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ब्राइटनेस और कलर: आउटडोर विजिबिलिटी ठीक-ठाक है, धूप में भी कंटेंट को देखा जा सकता है। रंग ज्यादा सैचुरेटेड और विब्रेंट हैं, जो वीडियो देखने का मजा बढ़ाते हैं।
निष्कर्ष: अगर आप स्मूदनेस को प्राथमिकता देते हैं और HD+ रेजोल्यूशन से आपको कोई दिक्कत नहीं है, तो Oppo A53 की डिस्प्ले आपको पसंद आएगी। 90Hz रिफ्रेश रेट इस फोन का सबसे बड़ा USP है।
3. परफॉर्मेंस और गेमिंग: Snapdragon 460 कितना सक्षम?
फोन का दिल यानी उसका प्रोसेसर। Oppo A53 में Qualcomm का Snapdragon 460 चिपसेट लगा है। यह एक एंट्री-लेवल प्रोसेसर है। सवाल उठता है, क्या यह 2024 में भी पर्याप्त है?
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रोजमर्रा का इस्तेमाल (Daily Usage): 4GB RAM के साथ, फोन रोजमर्रा के कामों जैसे कि व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक चलाने, ब्राउजिंग करने, 5-6 ऐप्स एक साथ ओपन रखने में काफी अच्छा परफॉर्म करता है। आपको हैंग या लैग की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालाँकि, भारी ऐप्स लोड करते समय या बहुत सारे टैब्स ओपन रखने पर थोड़ा सा लैग महसूस हो सकता है, जो इस प्राइस रेंज में स्वाभाविक है।
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गेमिंग अनुभव (Gaming Performance): अगर आप एक हार्डकोर गेमर हैं और BGMI, Call of Duty Mobile जैसे हाई-एंड गेम्स अल्ट्रा सेटिंग्स पर खेलना चाहते हैं, तो यह फोन आपके लिए नहीं है। हालाँकि, हैरानी की बात यह है कि Snapdragon 460 ने कई गेम्स में अच्छा परफॉर्म किया।
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BGMI/PUBG Mobile: आप इस गेम को स्मूदनेस पर ‘बैलेंस्ड’ और फ्रेम रेट पर ‘मीडियम’ सेट करके आराम से खेल सकते हैं। गेमप्ले स्मूद रहेगा, भले ही भीड़भाड़ वाले एरिया में फ्रेम रेट में थोड़ी गिरावट आए।
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Call of Duty Mobile: मीडियम सेटिंग्स पर यह गेम बिना किसी रुकावट के चलता है।
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कैंडी क्रश, लudo जैसे लाइट गेम्स: ये गेम्स तो बिना किसी दिक्कत के बिल्कुल परफेक्ट चलेंगे।
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थर्मल मैनेजमेंट: सामान्य उपयोग में फोन ज्यादा गर्म नहीं होता। लंबे समय तक गेमिंग के बाद हल्का गर्म हो सकता है, लेकिन यह इतना नहीं होता कि हाथों को तकलीफ दे।
निष्कर्ष: Snapdragon 460 एक पावरफुल चिपसेट तो नहीं है, लेकिन Oppo के सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन की वजह से यह रोजाना के कामों और लाइट से मीडियम लेवल की गेमिंग के लिए पूरी तरह से सक्षम है। अगर आपका बजट कम है और आप ज्यादा हेवी गेमिंग नहीं करते, तो यह प्रोसेसर आपकी जरूरतों को पूरा करेगा।
4. सॉफ्टवेयर और यूजर इंटरफेस: ColorOS 7.2 और भविष्य के अपडेट
Oppo A53 बॉक्स से Android 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहा था, जिसके ऊपर Oppo का कस्टम स्किन ColorOS 7.2 चढ़ा हुआ है।
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ColorOS 7.2 का अनुभव: ColorOS पहले के मुकाबले काफी ज्यादा क्लीन और यूजर-फ्रेंडली हो गया है। इसमें ब्लोटवेयर (Pre-installed unnecessary apps) की समस्या कम हुई है, लेकिन फिर भी कुछ ऐप्स पहले से इंस्टॉल मिलते हैं, जिन्हें आप अनइंस्टॉल कर सकते हैं। इंटरफेस चलाने में आसानी है और इसमें कई यूटिलिटी फीचर्स दिए गए हैं।
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डार्क मोड और अन्य फीचर्स: सिस्टम-वाइड डार्क मोड अच्छा काम करता है और बैटरी बचाने में मदद करता है। गेमिंग मोड, स्क्रीन रिकॉर्डिंग, और फ्लैक्सिबल नेविगेशन जेस्चर्स जैसे फीचर्स भी मौजूद हैं।
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सबसे बड़ा सवाल: सॉफ्टवेयर अपडेट? यह इस फोन की सबसे बड़ी कमजोरी है। Oppo ने आधिकारिक तौर पर Android 11 का अपडेट तो दे दिया है, लेकिन Android 12 या उससे आगे के अपडेट मिलने की संभावना बहुत कम है। इसका मतलब है कि आप भविष्य में आने वाले नए Android फीचर्स से वंचित रह सकते हैं। सिक्योरिटी पैच अपडेट भी लंबे समय तक नहीं मिलेंगे। अगर आप लंबे समय तक सिक्योरिटी और नए सॉफ्टवेयर फीचर्स चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बड़ी चिंता का विषय हो सकता है।
निष्कर्ष: सॉफ्टवेयर का वर्तमान अनुभव तो स्मूद और फीचर-रिच है, लेकिन भविष्य में सॉफ्टवेयर सपोर्ट की कमी इस फोन की एक प्रमुख खामी है।
5. कैमरा रिव्यू: फोटोग्राफी में कितना दमदार?
Oppo हमेशा से अपने कैमरा परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है। आइए देखते हैं कि A53 का ट्रिपल कैमरा सेटअप किस हद तक खरा उतरता है।
रियर कैमरा:
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डेलाइट फोटोग्राफी: 13MP के मुख्य सेंसर से दिन के उजाले में ली गई तस्वीरें काफी अच्छी और डिटेल्ड आती हैं। रंग प्राकृतिक (Natural) और आकर्षक (Pleasing) लगते हैं। HDR मोड भी ठीक-ठाक काम करता है, जो हाईलाइट्स और शैडोज को बैलेंस करने की कोशिश करता है।
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पोर्ट्रेट मोड: 2MP के डेप्थ सेंसर की मदद से लिए गए पोर्ट्रेट शॉट्स काफी डिसेंट हैं। एज डिटेक्शन (बालों के आसपास की कटिंग) हमेशा परफेक्ट नहीं होती, लेकिन इस कीमत में यह परफॉर्मेंस स्वीकार्य है। बैकग्राउंड ब्लर (Bokeh) इफेक्ट अच्छा है।
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मैक्रो कैमरा: 2MP का मैक्रो कैमरा सबसे कमजोर लिंक है। इससे ली गई तस्वीरों में डिटेल्स की कमी रहती है और नॉइस ज्यादा होता है। अगर लाइट परफेक्ट है, तो ही कोई इस्तेमाल लायक शॉट मिल पाता है। ज्यादातर मामलों में, मुख्य कैमरे से क्रॉप करके लिया गया शॉट मैक्रो कैमरे से बेहतर होगा।
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लो-लाइट और नाइट फोटोग्राफी: लो-लाइट में फोटो की क्वालिटी गिर जाती है। तस्वीरों में नॉइस (Graininess) बढ़ जाता है और डिटेल्स कम हो जाती हैं। इसमें कोई डेडिकेटेड नाइट मोड नहीं है, जो 2024 के स्टैंडर्ड के हिसाब से एक बड़ी कमी है।
फ्रंट कैमरा:
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16MP का फ्रंट कैमरा सेल्फी लेने के शौकीन लोगों को निराश नहीं करेगा। डेलाइट में ली गई सेल्फीज क्लियर, डिटेल्ड और अच्छे रंगों वाली आती हैं। Oppo के ब्यूटी मोड्स थोड़े एग्रेसिव हैं, लेकिन उन्हें कम किया जा सकता है। लो-लाइट में भी सेल्फी की क्वालिटी ठीक-ठाक ही रहती है।
वीडियो रिकॉर्डिंग:
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रियर और फ्रंट दोनों कैमरे 1080p (Full HD) रेजोल्यूशन में 30fps पर वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं। 4K वीडियो रिकॉर्डिंग का सपोर्ट नहीं है। वीडियो की क्वालिटी सामान्य है और इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबिलाइजेशन (EIS) की मदद से वीडियो थोड़े शेकी होने पर भी मैनेजेबल रहते हैं।
निष्कर्ष: कैमरा ओवरऑल इस कीमत के हिसाब से “सही” है। यह रोजमर्रा की फोटोग्राफी और सोशल मीडिया के लिए पर्याप्त है। लेकिन अगर आप एक शानदार लो-लाइट कैमरा या हाई-क्वालिटी मैक्रो शॉट्स की उम्मीद कर रहे हैं, तो आप निराश होंगे।
6. बैटरी लाइफ: एक बार चार्ज, पूरा दिन चले?
Oppo A53 में 5000mAh की भारी-भरकम बैटरी दी गई है, जो इसके सबसे मजबूत पहलुओं में से एक है।
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बैटरी बैकअप: बैटरी लाइफ शानदार है। एक बार पूरा चार्ज करने के बाद, एक औसत यूजर आसानी से एक पूरा दिन या उससे भी ज्यादा चला सकता है। हमारे टेस्ट में, इसमें हेवी उपयोग (लगातार वीडियो स्ट्रीमिंग, गेमिंग, ब्राउजिंग) में भी 8-9 घंटे की स्क्रीन-ऑन टाइम (Screen-On Time) मिली। नॉर्मल यूज में यह आसानी से 12-14 घंटे तक पहुँच जाती है, यानी आप दो दिन में एक बार चार्ज कर सकते हैं।
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चार्जिंग स्पीड: फोन के साथ 18W का फास्ट चार्जर दिया जाता है। इसकी मदद से इस विशाल बैटरी को 0 से 100% तक चार्ज करने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है, जो कि स्वीकार्य है। हालाँकि, आजकल कुछ कंपटीटर्स 33W या उससे ज्यादा की फास्ट चार्जिंग दे रहे हैं।
निष्कर्ष: अगर आप लंबी बैटरी लाइफ चाहते हैं और आपको बार-बार चार्जिंग पॉइंट ढूंढने की टेंशन से नफरत है, तो Oppo A53 की बैटरी आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगी। यह इस फोन का एक और मजबूत पक्ष है।
7. ऑडियो और कनेक्टिविटी
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लाउडस्पीकर: फोन में बॉटम-फायरिंग सिंगल स्पीकर दिया गया है। आवाज की क्वालिटी औसत दर्जे की है, लाउडनेस भी ठीक-ठाक है। लेकिन साउंड फ्लैट और बेस-लेस (Bass-less) लगता है। मूवी देखने या गेम खेलने के लिए यह स्पीकर काम चला सकता है, लेकिन बेहतर अनुभव के लिए हेडफोन का इस्तेमाल करना बेहतर होगा।
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3.5mm हेडफोन जैक: इसका मौजूद होना एक अच्छी बात है, जिससे आप अपने पुराने वायर्ड हेडफोन्स को इस्तेमाल कर सकते हैं।
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कनेक्टिविटी: ब्लूटूथ 5.0, वाई-फाई, और जीपीएस जैसे सभी जरूरी कनेक्टिविटी ऑप्शन्स मौजूद हैं। कॉल क्वालिटी अच्छी है और सिग्नल रिसेप्शन में कोई दिक्कत नहीं आती।
Oppo A53: खूबियाँ और कमियाँ (Pros and Cons in Hindi)
खूबियाँ (Pros):
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शानदार 90Hz डिस्प्ले जो यूजर एक्सपीरियंस को स्मूद बनाती है।
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लंबी चलने वाली 5000mAh बैटरी जो एक दिन से ज्यादा चलती है।
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प्रीमियम और आकर्षक डिजाइन जो महँगा फोन जैसा लगता है।
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USB Type-C पोर्ट और 3.5mm हेडफोन जैक का मौजूद होना।
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रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए स्मूद परफॉर्मेंस।
कमियाँ (Cons):
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HD+ रेजोल्यूशन की डिस्प्ले, फुल HD+ नहीं।
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Snapdragon 460 प्रोसेसर हेवी गेमिंग के लिए उपयुक्त नहीं है।
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भविष्य के सॉफ्टवेयर अपडेट्स नहीं मिलेंगे (Android 12+ नहीं मिलेगा)।
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लो-लाइट कैमरा परफॉर्मेंस औसत दर्जे की है और नाइट मोड नहीं है।
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मैक्रो कैमरा लगभग बेकार है।
Oppo A53 के बेहतर विकल्प (Better Alternatives in 2024)
अगर Oppo A53 की कमियाँ आपको इससे दूर कर रही हैं, तो यहाँ इसी प्राइस रेंज में कुछ बेहतर विकल्प मौजूद हैं। आप इन पर भी विचार कर सकते हैं।
1. Realme Narzo 30A
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क्यों बेहतर? Realme Narzo 30A में Oppo A53 से भी बड़ी 6000mAh की बैटरी है और इसका प्रोसेसर (MediaTek Helio G85) गेमिंग के लिए थोड़ा बेहतर है।
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कमी: इसकी डिस्प्ले 60Hz की है, 90Hz की नहीं। डिजाइन भी ज्यादा प्रीमियम नहीं लगता।
2. Redmi Note 10 (जब यह सेल में हो)
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क्यों बेहतर? यह एक जबरदस्त विकल्प है। इसमें AMOLED डिस्प्ले है (जो LCD से बेहतर है), Snapdragon 678 प्रोसेसर है, और कैमरा भी A53 से बेहतर है।
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कमी: बैटरी 5000mAh की नहीं बल्कि 5000mAh की है, और इसका रिफ्रेश रेट 60Hz है (कुछ वेरिएंट में 90Hz भी है)।
3. Samsung Galaxy M12
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क्यों बेहतर? Samsung के इस फोन में भी 6000mAh की बेहद लंबी बैटरी लाइफ है और इसमें 90Hz की डिस्प्ले भी है। सबसे बड़ा फायदा है Samsung का ब्रांड ट्रस्ट और लंबे समय तक सॉफ्टवेयर सपोर्ट।
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कमी: प्रोसेसर (Exynos 850) Oppo A53 के Snapdragon 460 से भी कमजोर है।
अपनी रिसर्च के लिए, आप गैजेट्स 360 जैसी विश्वसनीय वेबसाइट्स पर इन फोन्स के डीटेल्ड रिव्यू पढ़ सकते हैं। (यह पहला आउटर लिंक है)
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: क्या Oppo A53 में फिंगरप्रिंट सेंसर है?
जी हाँ, फोन में बैक साइड में फिजिकल फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है, जो तेज और एक्यूरेट काम करता है।
Q2: क्या Oppo A53 में 5G सपोर्ट है?
नहीं, Oppo A53 एक 4G फोन है। इसमें 5G सपोर्ट नहीं है। अगर आप भविष्य के लिए 5G फोन खरीदना चाहते हैं, तो आपको Realme 8 5G या अन्य विकल्पों की तरफ देखना चाहिए।
Q3: क्या Oppo A53 में नाइट मोड है?
नहीं, Oppo A53 के कैमरा ऐप में कोई डेडिकेटेड नाइट मोड फीचर नहीं है। लो-लाइट फोटो ऑटो मोड में ही ली जाती हैं।
Q4: क्या Oppo A53 पानी में गिरने से बचा रहेगा?
इसमें कोई आधिकारिक IP रेटिंग नहीं है, यानी यह पानी या धूल से सुरक्षित नहीं है। इसे नमी और पानी से दूर रखना चाहिए।
Q5: Oppo A53 का सबसे बड़ा कॉम्पिटीटर कौन सा फोन है?
इसी कीमत में Realme Narzo सीरीज और Redmi Note सीरीज के फोन्स इसके सबसे बड़े कॉम्पिटीटर हैं।
अंतिम निष्कर्ष: क्या खरीदें Oppo A53?
तो, क्या आपको Oppo A53 खरीदना चाहिए?
इसका जवाब आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
आपके लिए Oppo A53 एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, अगर:
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आप 90Hz की स्मूद डिस्प्ले का अनुभव लेना चाहते हैं।
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आपको लंबी बैटरी लाइफ (एक दिन से ज्यादा) चाहिए।
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आप दिखने में प्रीमियम फोन चाहते हैं।
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आपकी गेमिंग की जरूरतें लाइट से मीडियम लेवल की हैं।
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आप सॉफ्टवेयर के भविष्य के अपडेट्स को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं।
आपको Oppo A53 से बचना चाहिए और किसी दूसरे विकल्प को देखना चाहिए, अगर:
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आप हाई-एंड गेमिंग करते हैं।
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आप फुल HD+ रेजोल्यूशन की डिस्प्ले चाहते हैं।
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आप एक शानदार लो-लाइट कैमरा चाहते हैं।
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आप भविष्य में Android 12 या 13 जैसे सॉफ्टवेयर अपडेट्स चाहते हैं।
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आप 5G सपोर्ट चाहते हैं।
संक्षेप में कहें तो, Oppo A53 एक अच्छा “फीचर-फोकस्ड” पैकेज है जो 90Hz डिस्प्ले और बेहतरीन बैटरी लाइफ जैसे दो मुख्य फीचर्स पर जोर देता है। हालाँकि, इसने परफॉर्मेंस और फ्यूचर-प्रूफिंग पर कुछ समझौता किया है। अगर इसकी खूबियाँ आपकी प्राथमिकता से मेल खाती हैं, तो 2024 में भी यह एक विचारणीय विकल� बना हुआ है।
स्मार्टफोन खरीदने से पहले हमेशा याद रखें: कोई भी फोन परफेक्ट नहीं होता। सबसे जरूरी बात यह है कि वह फोन आपकी जरूरतों को पूरा करे।