Raebareli News ! स्वतंत्रता दिवस हमें ब्रिटिश शासन के 200 वर्षों के बाद मिली आजादी और उन शहीदों की याद दिलाता है जिन्होंने देश की खातिर अपना बलिदान दे दिया। 15 अगस्त के दिन भारत के लोग खुशी-खुशी आजादी का जश्न मनाते हैं। यह दिन अपनी मातृभूमि के प्रति प्यार और गौरव को दर्शाता है। उक्त उद्गार सेवारत स्वर्णकार संस्थान के संरक्षक एवं पूर्व प्रधान भौमेश कुमार सोनी ने स्थानीय लालचन्द्र स्वर्णकार चौक में ध्वजारोहण करते हुए कही।
इस अवसर पर स्वर्णकार समाज के तमाम व्यक्तियों ने एकत्रित होकर स्वतंत्रता दिवस का पर्व काफी धूमधाम एवं राष्ट्र के प्रति श्रद्धा अर्पित करते हुए मनाया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री सोनी ने कहा कि देश आज 79वें स्वतन्त्रता दिवस के जश्न में डूबा हुआ है। 15 अगस्त 1947 को भारत ने एक नये युग में प्रवेश किया था, जब 200 साल तक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के दंश से हमारा देश आजाद हुआ था। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य एवं संस्थान के संरक्षक शिव नारायण सोनी ने कहा कि अंग्रेजों की 200 सालों की दासतां के बाद देश आर्थिक रूप से लगभग जर्जर अवस्था में पहुँच गया था।
देश के स्वतन्त्रता सेनानियों ने आजादी पाने के लिए काफी संघर्ष किया। आजादी पाने के लिए कई क्रान्तिकारियों और स्वतन्त्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। भारत माँ के इन सच्चे सपूतों के कारण ही स्वतन्त्रता का सपना साकार हुआ। उल्लेखनीय है कि इस दौरान सभी स्वर्ण बन्धुओं ने शहीद स्मारक तक तिरंगा यात्रा निकाली, जिसका जगह-जगह में विभिन्न संगठनों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से ई. दुर्गा प्रसाद स्वर्णकार, मुकेश रस्तोगी, प्रमोद वर्मा, गोविन्द सोनी, पारसनाथ, केदारनाथ सोनी ‘शास्त्री’, संजय रस्तोगी ‘डब्बू’, हनुमान प्रसाद वर्मा, पुरूषोत्तम बाबू, रामगोपाल वर्मा,राम मिलन वर्मा, अभिषेक वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।