Raebareli : सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से दुखी शिक्षक आगामी 16 सितम्बर को प्रधानमंत्री को भेजेंगे ज्ञापन-राजेश शुक्ला

सतीश कुमार

Raebareli : केन्द्र सरकार द्वारा गुप-चुप तरीके से सेवारत शिक्षकों की सेवारत शर्तों में किए गए संशोधन और सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसे बाध्यकारी किए जाने से आहत शिक्षकों की एक आपात बैठक आज पूमावि चक अहमदपुर नजूल में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ,शाखा-रायबरेली के जिलाध्यक्ष श्री राजेश कुमार शुक्ला जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिलाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सेवा शर्तों में संशोधन किए जाने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसे बाध्यकारी किए जाने से शिक्षक समाज हतप्रभ है।

अध्यक्ष,जिला संघर्ष समिति पंकज द्विवेदी ने कहा कि शिक्षक के समक्ष आज आजीविका का संकट खडा हो गया है,सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से दुखी शिक्षक आगामी 16 सितम्बर को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी, रायबरेली को सौंपेंगे। जिला मंत्री मुकेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा गुप-चुप तरीके से किए गए संशोधन से देश भर में 10 लाख से अधिक सरकारी शिक्षकों के समक्ष बेरोजगारी का संकट खडा हो गया है। जनपदीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने कहा कि शिक्षक की भर्ती के जब भी,जो भी मापदण्ड सरकार द्वारा तय किए गए उनका पालन करते हुए शिक्षक भर्ती हुआ है।

जनपदीय उपाध्यक्ष डा बृज किशोर ने कहा कि शिक्षक अपनी आजीविका के लिए क्रमबद्ध लडाई लडेगा।
जनपदीय कोषाध्यक्ष सुधीर सिंह ने कहा कि इस निर्णय से शिक्षक दुःखी एवं चिन्तित है,केन्द्र सरकार से लडाई लडी जाएगी।
जनपदीय संयुक्त मंत्री डा चंद्र मणि बाजपेई ने कहा कि सरकार की मंशा शिक्षक समाज को तबाह करने की है। जनपदीय उपाध्यक्ष जटाशंकर बाजपेई ने कहा कि खेल के बीच में खेल के नियम बदलना कहां का न्याय है। जगतपुर अध्यक्ष डा संजय सिंह ने कहा कि संघर्ष के अलावा कोई चारा नही बचा है।

सरेनी अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा टीईटी को लेकर बनाये गये कानून के क्रम में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गये निर्णय से देश भर के दस लाख से अधिक सरकारी शिक्षकों के सामने दो वर्ष बाद सेवा से बाहर किए जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
छतोह अध्यक्ष आदित्य पाण्डेय ने कहा कि हम प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से अनुरोध करते हैं कि शिक्षकों के साथ न्याय करने की घोषणा करें,उनकी घोषणा ही शिक्षकों के लिए वास्तविक सम्मान होगा। बैठक के अंत में टीईटी के चलते नौकरी जाने के भय से फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले शिक्षक मनोज साहू की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखते हुए उनकी आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना की गई।

इस अवसर पर जनपदीय उपाध्यक्ष दिनेश सिंह,जनपदीय उपाध्यक्ष अनुराग शुक्ला,जनपदीय संगठन मंत्री आकाश त्रिपाठी,डलमऊ अध्यक्ष योगेश सिंह,बछरावां अध्यक्ष अमन शुक्ला,अमावां अध्यक्ष अशोक पाल,डीह अध्यक्ष कमलेश ओझा,डीह मंत्री नीलेश शुक्ला,सलोन अध्यक्ष राजेश पाण्डेय,सलोन मंत्री रमेश सिंह,जनपदीय संघर्ष समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव सहित तमाम पदाधिकारीगण और शिक्षक उपस्थित रहे।

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