उन्होंने ने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की जानकारी ली और निर्देश दिया कि नियमित टीकाकरण में और भी प्रगति लाई जाए। डीएम ने पिछली बैठक में डीपीएम (एनएचएम) राकेश को निष्क्रिय आशाओं पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे लेकिन संबंधित द्वारा कार्रवाई न करने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई और निर्देश दिया कि अगली बैठक तक करवाई करना सुनिश्चित करें,अन्यथा कठोर कार्यवाही के लिए स्वंय तैयार रहें। डीएम ने सख्त निर्देश दिया कि सीएमओ लापरवाही बरतने वाले सभी चिकित्सा अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी पत्र जारी करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिले में सभी स्वास्थ्य सेवाएं गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति नियमित रहे। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव, नवजात शिशु देखभाल, टीकाकरण एवं परिवार नियोजन के लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त करने के निर्देश दिए। निर्देश दिया कि आशा और एएनएम का वेतन समय से जारी किया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य समितियों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं और वहां की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाए।
इसके साथ ही जन जागरूकता बढ़ाने के लिए आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। संस्थागत प्रसव के लिए लोगो को जागरूक किया जाए।
बैठक में सीएमओ नवीन चंद्रा, सीएमएस (महिला अस्पताल) डॉ निर्मला साहू, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ अरुण कुमार , एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ सी लाल, डीपीएम राकेश, यूनिसेफ से वंदना त्रिपाठी, एसीएमओ डॉ अम्बिका प्रकाश, एसीएमओ डॉ अशोक, डॉ डी0 एस0 अस्थाना सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं विभिन्न योजनाओं से जुड़े प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।